What is the Full Form of POLICE | POLICE Full Form in Hindi | POLICE शब्द का फुल फॉर्म क्या है?

What is the Full Form of POLICE | POLICE Full Form in Hindi | POLICE शब्द का फुल फॉर्म क्या है?

POLICE राज्यों में कानून एवं व्यवस्था maintain करती है। POLICE की एक UNIFORM (वर्दी) होती है. POLICE कानून व्यवस्था बनाने में बहुत सारे कर्तव्यों को पूरा करती है। POLICE का मुख्य कर्तव्य अपने राज्यों के निवासियों की पक्षपात रहित  सेवा करने से है. POLICE समाज से अपराधियों को धरपकड़ कर दंडित कराती है.  भारत में क्षेत्र के हिसाव से पुलिस स्टेशन होते हैं  जिसका प्रभारी स्टेशन ऑफिसर/ स्टेशन हाउस अधिकारी (SO/SHO) होता  है।  पुलिस स्टेशन में कांस्टेबल,हेड कांस्टेबल,असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर शामिल होते हैं। भारतीय पुलिस अधिकारियों के पास 'खाकी' रंग की वर्दी होती है।
What is the Full Form of POLICE | POLICE Full Form in Hindi | POLICE  शब्द का फुल फॉर्म क्या है?
POLICE  शब्द का फुल फॉर्म क्या है?

POLICE शव्द के हर एक अल्फाबेट का क्या मतलब होता है?

POLICE शव्द के हर एक अल्फाबेट का एक मतलब होता है:-
P-Polite (विनम्र)
O-Obedient (आज्ञाकारी)
L-Loyal (वफादार)
I-Intelligent (बुध्दिमान)
C-Courageous ( साहसी)
E-Efficient (कुशल या दक्ष)

POLICE के हर अल्फाबेट को निचे यूट्यूब की वीडियो में समझाया गया है-


POLICE और उसके कार्य

कानून व्यवस्था

यह पुलिस का सवसे प्राथमिक कामों में से एक है । पुलिस इस बात को लागू करती है कि किसी भी जगह पर कोई लड़ाई झगड़ा न हो। हर जगह शांति बनी रहे,जैसे वीआईपी डयूटी, मेला डयूटी, कुम्भ ड्यूटी, पोस्टमॉर्टेम ड्यूटी, आदि इसके कुछ उदाहरण हैं। इसके लिए पुलिस ओर भी वहुत सारे काम करती है। जैसे

अपराध कि पहचान करना तथा उसे रोकना

पुलिस अपराध को होने से पहले ही उसे रोकने का काम करती है ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे । इसको इस तरह से समझा जा सकता है कि कहीं क्षेत्र में कोई हत्या ,रैप,डकैती ओर लूट आदि होने से पहले ही उसे पहचान कर उसे रोकने को हर संभव प्रयास करना।

अपराध की विवेचना करना

जब कोई अपराध घटित हो जाता है तो अपराध घटित होने के बाद पुलिस शिकायत को पंजीकृत करती है और उस पर जांच कर कारवाही करती है ओर जांच सही पाए जाने पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की कारवाही करती है।

अपराध का नियंतरण करना

जब अपराध वहुत बढ़ जाता है तो पुलिस उसे रोकने के लिए हर तरह तरह के उपाय करती है ताकि अपराध को काम किया जा सके जैसे रात्रि गस्त, जासूसी करना आदि

पुलिस की नोकरी में डयूटी का समय का निश्चित न होना

पुलिस की नोकरी में ड्यूटी के घंटे निर्धारित नहीं होते है,जिस तरह से ओर विभागों में 8 घंटे निर्धारित होते है। जैसा कि मैने वताया की पुलिस की नोकरी में आपातकाल  कब आ जाये पता नहीं चलता है। इस कारण पुलिस को 12 घंटे तो डयूटी करना ही है वल्कि मुलजिम की सुराग रसि पता रसि में कई कई दिन अपराधियों को धर पकड़ के लिए डयूटी लगातार करना पड़ता है। क्षेत्र में कोई घटना घट जाए तो उसकी जिम्मेदारी उस क्षेत्र के पुलिस अधिकारी की होती है। इस कारण पुलिस को वहुत ही रात दिन सक्रिय रहना पड़ता है। पुलिस को आंधी हो तूफान हो या वारिश हो ,सर्दी हो ,गर्मी हो या बाढ़ हो हर समय समाज में शाननदार काम करके अपने पद के कर्तव्यों का निर्वहन करना पड़ता है। जो लोग निरे आलसी है ओर जो अपनी नोकरी को शांतिपूर्ण ठंग से काटना चाहते है ये नोकरी उनके लिए विल्कुल नहीं है।

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